बीते गुरुवार को भारत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में 2022-24 के लिए फिर से निर्वाचित हुआ है. भारत को 193 सदस्यीय सभा में 183 वोट हासिल हुए. भारत ने ‘सम्मान, संवाद और सहयोग’ के जरिए मानवाधिकारों के विकास और संरक्षण के लिए काम करना जारी रखने का संकल्प लिया है. संयुक्त राष्ट्र की 76वीं महासभा ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 18 नए सदस्यों के लिए चुनाव किया है. इनका कार्यकाल जनवरी, 2022 से शुरू होकर तीन साल की अवधि के लिए रहेगा.
जापान : संसद का निचला सदन भंग, प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा- अपनी नीतियों के लिए जनादेश चाहता हूं
जापान के नए प्रधानमंत्री फूमिओ किशिदा ने संसद के निचले सदन को भंग कर दिया है. गुरुवार को सदन के अध्यक्ष तादामोरी ओशिमा ने एक पूर्ण सत्र में इसका एलान किया. इसके साथ ही अब जापान के संसद (डॉयट) के निचले सदन (हाउस ऑफ रिप्रजेन्टेटिव-प्रतिनिधि सभा) के लिए 31 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए आधिकारिक प्रचार अभियान शुरू हो गया है.
नेपाल : तीन महीने बाद गठित मंत्रिमंडल पर विवाद, मंत्री गजेंद्र बहादुर हमाल ने इस्तीफा दिया
नेपाल के उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्री गजेंद्र बहादुर हमाल ने अपनी नियुक्ति पर विवाद के कारण मंत्रिमंडल में औपचारिक रूप से शामिल किए जाने के 48 घंटे बाद ही रविवार को इस्तीफा दे दिया. प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने हमाल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. गजेंद्र बहादुर हमाल ने अपने इस्तीफे में लिखा है, ‘अलग-अलग मीडिया में आई खबरों ने मेरी नियुक्ति को गलत तरीके से पेश किया. मेरी नियुक्ति पर सवाल उठाया गया है, इसलिए मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इस तरह की अटकलों के बीच मेरे लिए मंत्री के रूप में बने रहना उचित नहीं है.’
सद्दाम हुसैन के सत्ता से बेदखल होने के बाद इराक में पहली बार बिना कर्फ्यू के संसदीय चुनाव संपन्न
इराक में रविवार को संसदीय चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है. इस चुनाव में 329 सीटों पर कुल 3,449 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इराक में साल 2003 में अमेरिका के नेतृत्व में सद्दाम हुसैन को सत्ता से बेदखल करने के बाद यह छठां चुनाव है. वहीं, 2003 के बाद यह पहला मौका है, जब बिना कर्फ्यू के चुनाव संपन्न हुए हैं. इराक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष फरहाद अलादीन ने ट्वीट कर बताया कि यह चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है. हालांकि, अधिकांश लोग वोट देने के लिए घरों से बाहर नहीं निकले. इराक के निर्वाचन आयोग के मुताबिक संसदीय चुनाव में केवल 41 फीसदी लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.