निरंजन पटनायक ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष पद बने रहने की बात कही है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जब तक पार्टी आलाकमान की इच्छा होगी, वे प्रदेश इकाई के प्रमुख बने रहेंगे. उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा है कि पीपली उपचुनाव के बाद पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा भेजा है या नहीं. हालांकि, उन्होंने ये जरूर बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था, लेकिन वह अभी भी पार्टी आला कमान के पास लंबित है.
निरंजन पटनायक ने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद स्थायी नहीं है और मेरा पद पर बने रहना कांग्रेस का आंतरिक मामला है. मैंने पिपली चुनाव से पहले ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति को लिखा था और उसके जवाब का इंतजार कर रहा हूं. जब तक समिति का जवाब नहीं आ जाता, मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बना रहूंगा. जब तक मैं प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख हूं, मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा.’
निरंजन पटनायक ने यह बयान बीती एक अक्टूबर को पिपली विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस बहुत ही खराब प्रदर्शन के बाद आया है. इस उप चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बी हरिचरण महापात्रा की जमानत जब्त हो गई थी. उन्हें कुल 1,80,930 वोटों में से केवल 4,261 (2.36 फीसदी) वोट मिल पाए. इस सीट पर बीजेडी के रूद्र प्रताप महार्थी ने भाजपा के आश्रित पटनायक को 10,916 वोटों के अंतर से मात दी है.