उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल- सोनेलाल ने दलित या ओबीसी के किसी विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाने की मांग की है. इस बारे में गुरुवार को अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य आशीष पटेल ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पद और विधान परिषद के सभापति पद पर अभी दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाला कोई जनप्रतिनिधि नहीं हैं. ऐसे में इन वर्गों में से किसी एक विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.
आशीष पटेल का मानना है कि इससे इन वर्गों के बीच अच्छा संदेश जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की एनडीए सरकार और उत्तर प्रदेश की भाजपा गठबंधन की सरकार बनाने में पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. अपना दल (एस) के नेता ने आगे कहा कि उनकी पार्टी की इस मांग पर भाजपा प्रदेश नेतृत्व को गंभीरता से विचार करना चाहिए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव 18 अक्टूबर को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान किया जाना है.