कांग्रेस की पंजाब इकाई के भीतर आंतरिक टकराव कम होता हुआ दिख रहा है. गुरुवार को नई दिल्ली में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के वरिष्ठ नेताओं– केसी वेणुगोपाल और हरीश रावत से बात की.
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने पंजाब के प्रति, पंजाब कांग्रेस के प्रति, जो भी मेरी चिंताएं थी, वो पार्टी हाईकमान को बताए हैं. मुझे पूरा भरोसा है कांग्रेस अध्यक्ष पर, प्रियंका जी पर और राहुल जी पर कि वे जो भी निर्णय लेंगे, वह पंजाब और कांग्रेस के हित में होगा.’ उन्होंने आगे कहा कि वे पार्टी हाईकमान के हर आदेश को मानेंगे. इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी थे.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 14, 2021
वहीं हरीश रावत ने कहा, ‘‘सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी जी बातचीत कर चुके हैं. कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनमें समय लगता है….कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला सबको स्वीकार होगा.’ उन्होंने कहा कि जब सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था तो उस वक्त उनसे कहा गया था कि वह संगठन को मजबूत करें.’
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे. सिद्धू ने पत्र में आगे लिखा था, ‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है. मैं पंजाब के भविष्य और इसके कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं.’ कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अब तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.