पश्चिम बंगाल में गुरुवार को तीन विधानसभा सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई. इनमें भवानीपुर, समसेरगंज और जांगीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक भवानीपुर में 53.32 फीसदी, समसेरगंज में 78.60 फीसदी और जांगीपुर में 76.12 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. विधानसभा चुनाव-2021 और गुरुवार को अन्य दो सीटों पर हुए मतदान को देखते हुए भवानीपुर में हुए मतदान को काफी कम माना जा सकता है. विधानसभा चुनाव- 2021 के दौरान दो प्रत्याशियों की मौत के चलते समसेरगंज और जांगीपुर में चुनाव रद्द करना पड़ा था.
West Bengal | Polling in 3 Assembly Constituencies was held today. Total voter turnout figures at 5 pm – Bhabanipur bypolls 53.32% ; Samerganj polls- 78.60% & Jangipur polls- 76.12% pic.twitter.com/Igugowkuxr
— ANI (@ANI) September 30, 2021
दक्षिणी कोलकाता स्थित भवानीपुर सीट पर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी का मुकाबला भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल से है. पिछले विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर भाजपा के उम्मीदवार और अपने पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी से करीबी मुकाबले (करीब 2000 वोटों का अंतर) में मात खाने के बाद एक बार फिर भवानीपुर सीट पर अपनी उम्मीदवारी पेश की है. इसके अलावा यहां की मतदाता सूची में उनका नाम भी है. गुरुवार को उन्होंने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
Happy Voter showcasing their inked-fingers after casting their vote at the Polling Station under 159 Bhabanipur Assembly Constituency of Kolkata South District. @SpokespersonECI @ECISVEEP @rajivkumarec @airnewsalerts @airnews_kolkata @DDBanglaNews @DDNational pic.twitter.com/FdZiymj9oG
— CEO West Bengal (@CEOWestBengal) September 30, 2021
संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक विधानमंडल का सदस्य न होने पर मंत्री पद संभालने के छह महीने के भीतर निर्वाचित होना अनिवार्य है. ऐसा न होने पर संबंधित मंत्री को अपना पद त्याग करना पड़ता है. इस प्रावधान को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को छह महीने के भीतर निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचना है. इसके लिए उन्होंने एक बार फिर भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं पर भरोसा जताया. इससे पहले वे भवानीपुर से ही लड़ती और जीत दर्ज करती रही हैं. इससे पहले 2021 के चुनाव में इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के ही सोवनदेव चटर्जी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, अपनी नेता के लिए उन्होंने यह सीट छोड़ दी.
पश्चिम बंगाल की इन तीन सीटों के साथ ओडिशा के पिपली विधानसभा सीट पर भी मतदान संपन्न हुआ. शाम के पांच बजे तक यहां के 68.40 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस के लोहानी ने बताया कि बिना किसी हिंसक घटना के मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ.
Bye-Election 110-Pipili,dt 30.09.2021.
Accessible & Covid safe Election pic.twitter.com/kXiaKgZVkM— CEO Odisha (@OdishaCeo) September 30, 2021
इन सीटों पर मतों की गिनती और चुनाव परिणाम का एलान तीन अक्टूबर, 2021 को किया जाएगा.