अपना दल (सोनेलाल) ने अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन जारी रखने का एलान किया है. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने रविवार को इसकी जानकारी दी. केंद्र सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर जल्द ही भाजपा संगठन से बात करके उसे अंतिम रूप दिया जाएगा.
वहीं, लखीमपुर खीरी कांड पर अनुप्रिया पटले ने कहा कि उनकी पार्टी आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग कर चुकी है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच जारी गतिरोध को दूर किया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सरकार और किसानों के बीच बातचीत की जरूरत पर जोर दिया.
अपना दल ने साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से गठबंधन में दो सीटों पर चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी पार्टी एनडीए का हिस्सा थी. इस चुनाव में अपना दल के नौ उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.
बीते हफ्ते अपना दल (एस) ने दलित या ओबीसी के किसी विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाने की मांग की थी. पार्टी के विधान परिषद सदस्य आशीष पटेल ने कहा था, ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पद और विधान परिषद के सभापति पद पर अभी दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाला कोई जनप्रतिनिधि नहीं हैं. ऐसे में इन वर्गों में से किसी एक विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.’
हालांकि, उनकी इस मांग को भाजपा खारिज कर चुकी है. भाजपा ने सपा के बागी विधायक नितिन अग्रवाल को अपना समर्थन दिया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष पद का चुनाव 18 अक्टूबर को विशेष सत्र के दौरान किया जाना है.