बीती 26 सितंबर को जर्मनी में हुए संसदीय चुनाव में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) को बड़ा झटका लगा है. नजदीकी चुनावी मुकाबले में जर्मनी की सेंटर-लेफ्ट दल सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) ने इसे पछाड़ दिया है. एसपीडी को कुल 25.7 फीसदी वोट हासिल हुए हैं. वहीं सीडीयू को 24.1 फीसदी वोट से ही संतोष करना पड़ा है. इनके अलावा तीसरे पायदान पर 14.8 फीसदी मतों के साथ ग्रीन पार्टी है. संसदीय चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद एसपीडी ने इसे एंजेला मर्केल की पार्टी सीडीयू पर बड़ी जीत बताया है.
इन नतीजों के बाद चांसलर के पद से एंजेला मर्केल की विदाई तय मानी जा रही है. हालांकि, इससे पहले खुद उन्होंने साफ कर दिया था कि वे इस चुनाव में चांसलर की दौड़ में शामिल नहीं हैं. एंजेला मर्केल पिछले 16 वर्षों से लगातार चांसलर के पद पर रही हैं.
This is the 'preliminary endresult' of Germany's big election yesterday.
The social democrats (SPD) of Scholz beat Laschet's Union, who lost 8.8 points since last time (when Merkel ran) and had their worst result in their history.
I'll share some more data in this thread. pic.twitter.com/OaH4eeoRag
— Max Roser (@MaxCRoser) September 27, 2021
खबरों के मुताबिक संसदीय चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने के बाद गठबंधन की सरकार बनाने का कवायद शुरू हो चुकी है. चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी एसपीडी के नेता ओलाफ शॉल्त्स ने कहा है कि वे ग्रीन पार्टी और उदारवादियों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं और इसके लिए उनके पास जनादेश भी है. वहीं, माना जा रहा है कि उनके प्रतिद्वंदी सीडीयू नेता आर्मिन लाशेट आसानी से अपनी हार मानने वाले नहीं है.
इन बातों को देखते हुए माना जा सकता है कि जर्मनी को अगला चांसलर मिलने में कुछ महीने लग सकते हैं. वहीं, नए चांसलर के कामकाज संभालने तक एंजेला मर्केल पद पर बनी रह सकती हैं.