गृह मंत्री अमित शाह ने अपने कश्मीर दौरे पर शनिवार को एलान किया कि परिसीमन के बाद जम्मू और कश्मीर में चुनाव होंगे. इसके बाद ही राज्य का दर्जा बहाल होगा. उन्होंने कश्मीर के युवाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘शांतिपूर्ण और विकसित जम्मू-कश्मीर की सोच’ को साकार करने में सहायता करने की मांग की. अमित शाह ने कहा कि सरकार किसी को भी कश्मीर की शांति और विकास की राह में बाधा नहीं बनने देगी. गृहमंत्री अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद पहली बार कश्मीर की यात्रा पर हैं. अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद राज्य को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया था. राज्य की राजनीतिक पार्टियां एक बार फिर जम्मू और कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कर रही हैं.
Interacting with members of Youth Clubs of Jammu and Kashmir in Srinagar. Watch live! https://t.co/4o61gl726T
— Amit Shah (@AmitShah) October 23, 2021
एक कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा, ‘मैं यहां कश्मीर के युवाओं से दोस्ती करने आया हूं. मोदी जी और भारत सरकार के हाथों में हाथ मिलाएं और कश्मीर को आगे ले जाने की यात्रा में भागीदार बनें.’ अमित शाह ने आगे कहा कि कश्मीर के युवाओं को अपनी प्रगति के लिए प्रशासन की ओर से मिल रहे मौकों का फायदा उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ईश्वर ने अपनी प्राकृतिक सुंदरता से कश्मीर को स्वर्ग बना दिया है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी भी यहां शांति, समृद्धि और विकास देखना चाहते हैं.
Union Home Minister Amit Shah seeks support of the youth of Kashmir in realising PM Narendra Modi's "vision of a peaceful and developed" J-K, reiterates that assembly election will be held in the union territory after delimitation and restoration of statehood will follow
— Press Trust of India (@PTI_News) October 23, 2021
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