जनता दल (एस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव- 2023 उनका आखिरी चुनाव होगा. उन्होंने राज्य की जनता से कहा है कि वे उन्हें पांच साल तक स्वतंत्र रूप से सरकार चलाने का मौका दें, जिससे उनके कल्याण के लिए कार्यक्रमों को लागू किया जा सके. जेडीएस (एस) ने साल 2023 में पार्टी को सत्ता में लाने के लिए पहले ही ‘मिशन 123’ (224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी सीटें) का एलान कर दिया है.
खबर के मुताबिक कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से कहा, ‘मैंने तय किया है कि 2023 का विधानसभा चुनाव मेरी आखिरी लड़ाई होगी। सत्ता में आना या मुख्यमंत्री बनना ये मेरे लिए नहीं है। ईश्वर के आशीर्वाद से बहुमत न होने के बावजूद मैं दो बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं.’ इससे पहले कुमारस्वामी ने फरवरी, 2006 में 20 महीने के लिए भाजपा के साथ और मई, 2018 के विधानसभा चुनावों के बाद 14 महीने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर सरकारें बनाई थीं.
उन्होंने आगे ‘पंचरत्न’ कार्यक्रम को लागू करने के लिए जेडी(एस) को स्वतंत्र रूप से सत्ता में लाने के लिए लोगों से आशीर्वाद और समर्थन की मांग की. कुमारस्वामी के ‘पंचरत्न’ कार्यक्रम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, किसान कल्याण और रोजगार शामिल हैं. कुमारस्वामी ने लोगों से कहा, ‘अगर मैं पंचरत्न को लागू करने के अपने शब्दों पर खरा नहीं उतरता हूं तो मैं फिर कभी आपके पास नहीं आऊंगा. आप हमारी परख करें, आपने भाजपा और कांग्रेस, दोनों को परखा है.’
वहीं, इससे पहले जेडी (एस) नेता ने दावा किया कि एक व्यक्ति, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का निजी सहायक और जल संसाधन विभाग से संबंधित ठेकेदार बताया जा रहा है, उस पर आयकर छापा येद्दुरप्पा को नियंत्रित करने की भाजपा की एक कोशिश है. बताया जाता है कि इससे पहले येद्दुरप्पा ने कांग्रेस नेता सिद्धारमैय्या से मुलाकात की थी. इस साल जुलाई में भाजपा नेतृत्व ने येद्दुरप्पा को हटाकर बसवराज एस बोम्मई को राज्य की कमान सौंपी थी.